★ ॐश्रीराधेकृष्णॐ ★

 
★ ॐश्रीराधेकृष्णॐ ★
खेलत हरि निकसै ब्रज-खोरी कटि कछनी पीतांबर बाँधे, हाथ लिये भौंरा,चक, डोरी ॥ मोर-मुकुट, कुंडल स्रवननि बर, बसन-दमक दामिनि-छबि छोरी । गए स्याम रबि-तनया कैं तट, अंग लसति चंदन की खोरी ॥ औचक ही देखी तहँ राधा, नैन बिसाल भाल दिये रोरी । नील बसन फरिया कटि पहिरे, बेनी पीठि रुलति झकझोरी । संग लरिकिनी चलि इत आवति, दिन-थोरी, अति छबि तन-गोरी । सूर स्याम देखत हीं रीझे, नैन-नैन मिलि परी ठगोरी ॥1॥ बूझत स्याम कौन तू गौरी । कहाँ रहति,काकी है बेटी, देखी नहीं कहूँ ब्रज खोरी ॥ काहे कौं हम ब्रज-तन आवतिं, खेलति रहतिं आपनी पौरी । सुनत रहतिं स्रवन नँद-ढोटा, करत फिरत माखन-दधि-चोरी ॥ तुम्हरौ कहा चोरि हम लैहैं, लेखन चलौ संग मिलि जोरी । सूरदास प्रभु रसिक-सिरोमनि, बातनि भुरइ राधिका भोरी ॥2॥ प्रथम सनेह दुहुँनि मन जान्यौ । नैन नैन कीन्ही सब बातें, गुप्त प्रीति प्रगटान्यौ ॥ खेलन कबहुँ हमरै आवहु,नंद-सदन, ब्रज गाउँ ॥ द्वारैं आइ टेरि मोहिं लीजौ, कान्ह हमारौ नाउँ ॥ जौ कहियै घर दूरि तुम्हारौ, बोलत सुनियै टेरि । तुमहिं सौंह बृषभानु बबा की, प्रात-साँझ इक फेरि ॥ सूधी निपट देखियत तुमकौं, तातैं करियत साथ । सूर स्याम नागर-उत नागरि, राधा दोउ मिलि गाथ ॥3॥ गई वतषभानु-सुता अपनैं घर । संग सखी सौं कहति चली यह, लको जैहैं इनकें दर । बड़ी बैर भई जमुना आए , खीझति ह्वैं है मैया । बचन कहति मुख, हृदय-प्रेम-दुख, मन हरि लियौ कन्हैया ॥ माता कहति कहाँ ही प्यारी, कहाँ अबेर लगाई । सूरदास तब कहति राधिका, खरिक देखि हौं आई ॥4॥ नंद गए खरिकहिं हरि लीन्हें ॥ देखी तहाँ राधिका ठाढ़ी, बोली लिए तिहिं चीन्हे ॥ महर कह्यौ खेलौ तुम दोऊ, दूरि कहूँ जिनि जैहौ । गनती करत ग्वाल गैयनि की, मोहिं नियरैं तुम रैहो ॥ सुनि बेटी वृषभानु महर की, कान्हहिं लेइ खिलाइ । सूर स्याम कौं देखे रहिहो, मारै जनि कोउ गाइ ॥5॥ नंद बबा की बात सुनौ हरि । मोहिं छाँड़ि जौ कहूँ जाहुगे, ल्याउँगी तुमकौं धरि ॥ भली भई तुम्हैं सौंपि गए मोहिं, जान न देहौं तुमकौं । बाँह तुम्हरी नैंकु न छाँड़ौ, महर खीझिहैं हमकौं ॥ मेरी बाँह छाँड़ी दै राधा , करत उपरफट बातैं । सूर स्याम नागरि सौं, करत प्रेम की घातैं ॥6॥ खेलन कैं मिस कुँवरि राधिका, नंद-महरि कै आई (हो) । सकुच सहित मधुरे करि बोली, घर हो कुँवर कन्हाई (हो) ॥ सुनत स्याम कोकिल सम बानी, निकसे अति अतुराई (हो) । माता सौं कछु करत कलह हे, रिस डारी बिसराई (हो) ॥ मैया री तू इनकौं चीन्हति, बारंबार बताई (हो) । जमुना-तीर काल्हि मैं भूल्यौ, बाँह पकरि लै आई (हो) ॥ आवति इहाँ तोहिं सकुचति है, मैं दै सौंह बुलाई (हो) । सूर स्याम ऐसे गुन-आगर, नागरि बहुत रिझाई (हो) ॥7॥ नाम कहा तेरो री प्यारी । बेटी कौन महर की है तू, को तेरी महतारी ॥ धन्य कोख जिहिं राख्यौ, घनि धरि जिहिं अवतारी । धन्य पिता माता तेरे, छवि निरखति हरि-महतारी ॥ मैं बेटी बृषभानु महर की, मैया तुमकौं जानति । जमुना-तट बहु बार मिलन भयौ, तुम नाहिंन पहिचानतिं ॥ ऐसी कहि, वाकौं मैं जानति, वह तो बड़ी छिनारि । महर बड़ौ लंगर सब दिन कौ, हँसति देति मुख गारि ॥ राधा बोल उठी, बाबा कछु तुमसौं ढीठी कीन्हौ । ऐसे समरथ कब मैं देखे, हँसि प्यारिहि उर लीन्ही ॥ महरि कुँवरि सौं यह भारति आउ करौं तेरी चोटी । सूरदास हरषित नँदरानी, कहति महरि हम जोटी ॥8॥ जसुमति राधा कुँवरि सँवारति । बड़े बार सीमंत सीस के, प्रेम सहित निरुवारति । माँग पारि बेनी जु सँवारति गूँथी सुंदर भाँति । गोरैं भाल बिंदु बदन, मनु इंदु प्रात-रवि काँति ॥ सारी चीरि नई फरिया लै, अपने हाथ बनाइ । अंचल सौं मुख पोंछि अंग सब, आपुहि लै पहिराइ ॥ तिल चाँवरी, बतासे, मेवा, दियौ कुँवरि की गोद । सूर स्याम-राधा तनु चितवत, जसुमति मन-मन मोद ॥9॥ बूझति जननि कहाँ हुती प्यारी । किन तेरे भाल तिलक रचि कीनी, किहिं कच गूँदि माँग सिर पारी । खेलति रही नंद कैं आँगन जसुमति कही कुँवरि ह्याँ आ री । मेरौ नाउँ बूझि बाबा कौ, तेरौ बूझि दई हँसि गारी ॥ तिल चावरी गोद करि दीनी, फरिया दई फारि नव सारी । मो तन चितै, चितै ढौटा-तन कछु सबिता सों गोद पसारी ॥ यह सुनि कै वृषभानु मुदित चित, हँसि-हँसि बूझत बात दुलारी । सूर सुनत रस-सिंधु बढ्‌यौ अति , दंपति एकै बात बिचारी ॥10॥
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shwetashweta
Créé par: shwetashweta

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Frame F-S
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gold deco - melarocks_stamps
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BNAR CHRISTMAS XMAS STARS
diamond
Blue Sparkling Rose!
 
 

Commentaires

ArisLollipop92

ArisLollipop92 dit:

Il y a 3134 days
                       /\„,„/\
                     ( ='ω'= )
                       /*♥♥*\
                    (.|.|...|.|.)
                  ★○★○★○★○★
☸ڿڰۣڿڰۣ LOVE IT/मुझे यह अच्छा लगता है ڿڰۣڿڰۣ☸ 
              ♥HUGS_&_KISSES♥
         अपने सर्कल के लिए स्वागत करते हैं।
yuliette5

yuliette5 dit:

Il y a 3138 days
ღღ✿
(\(\     Ƹ̴Ӂ̴Ʒ       ✫¸.•°*”˜˜”*°•.✫     
(=’ :’)                  BEAUTIFUL
(,(”)(”)¤             5 • .✫• .✫• .✫• .✫• .✫
                        Thank you for comment
Katkinz1

Katkinz1 dit:

Il y a 3138 days
☜♡☞ Hαppy Wedɴeѕdαy My Frιeɴd,Beαυтιғυl & Very Creαтιve Love & Hυɢѕ Kαz х ☜♡☞
I.M.S.T.

I.M.S.T. dit:

Il y a 3139 days
✿XXXXXXXXXXXXXXXXXXXXXXXXXXXXXXXXXX✿                                                    ✿✿✿✿Wonderful creation *****      
Thanks for your friendship,✿✿✿✿   
comments and votes✿✿✿✿✿✿✿       
✿XXXXXXXXXXXXXXXXXXXXXXXXXXXXXXXXXXX✿ 
elizamio

elizamio dit:

Il y a 3140 days
▄██▄██▄
███████ 
  ▀███▀  . A.ω.є.ѕ.σ.м.є
      ▀     .·´´¯`·.¸¸.~¸¸.~♥ 5★☆★☆★
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stéphielove

stéphielove dit:

Il y a 3141 days
♥~Amazing 5☆☆☆☆☆ ѕᴛᴀʀѕ~♥
ortega42

ortega42 dit:

Il y a 3141 days
☆  ╬5╬   FANTASTIC/ FANTASTIQUE
★  ╬5╬   NICE JOB/ TRAVAIL AGREABLE
☆  ╬5╬   VERY BEAUTIFUL/ TRES BEAU
★  ╬5╬   WONDERFUL/ MERVEILLEUX
☆  ╬5╬   PERFECTO/ PARFAIT
                 BONNE JOURNEE ☼
            
Bisous  Kiss  Besos ܓ Ortega
PIEDADk

PIEDADk dit:

Il y a 3142 days
(¯`v´¯)♥♫♥♫♥♫♥♫♥♫♥☆☆☆☆☆5
 `·.¸.·´ BEAUTIFUL WORKART¸.·´¸.·´¨)   
¸.·*¨)✿✿✿✿(¸.·´     
(¸.·´  .·´¸¸.·´¯`------!

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